छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बच्चा चोरी के शक में साधुओं की बेरहमी से पिटाई के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में योगेंद्र साहू उर्फ छोटू, सत्य नारायण चक्रधारी, भूपेंद्र वर्मा उर्फ कान्हा और सितेंद्र महतो शामिल है। 35 संदिग्धों की तलाश की जा रही है। पिटाई के दौरान तमाशा देख रहे लोगों से भी पुलिस ने माफीनामा लिखवाया है। जिन लोगों ने भीड़ को उकसाया उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। 

भिलाई-3 क्षेत्र की चरोदा बस्ती में बुधवार सुबह तीन साधुओं से मारपीट की गई थी। एक दिन बाद गुरुवार को इसका वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया। इसके बाद पुलिस भी एक्शन में आई और वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की।

राजस्थान के अलवर निवासी साधु राजबीर सिंह, अमन सिंह और श्याम सिंह तीनों रेलवे क्षेत्र चरोदा में किराये का मकान लेकर रहते हैं। वे भीख मांगकर जीवन यापन करते हैं। तीनों साधु बुधवार सुबह करीब 11 बजे गांव में ही घूम रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक बच्चे को प्रसाद खाने के लिए दिया। बताया जा रहा कि तभी आरोपी पहुंचे और साधुओं से शराब के लिए रुपए मांगे। उन्होंने देने से इनकार किया तो बच्चा चोर होने की अफवाह फैलाकर उनकी पिटाई करनी शुरू कर दी। 

घटना की जानकारी मिलने पर डायल-112 की टीम पहुंची। उसमें थाने का सिपाही भी था। वह दोपहर में तीनों साधुओं को लेकर सुपेला अस्पताल पहुंचा। वहां डॉक्टरों ने साधुओं के सिर और अन्य जगहों पर गंभीर चोट देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां उनका सिटी स्कैन भी कराया गया। इसके बावजूद पुलिस ने अपने अफसरों और SP को जानकारी देना जरूरी नहीं समझा। जब वीडियो वायरल हुआ तो मामला सामने आया। इसके बाद अफसरों ने प्रभारी और सिपाहियों को फटकार भी लगाई। 

दुर्ग SP डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि तीनों साधुओं की स्थिति ठीक है। उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके बाद सभी को उनके घर अलवर रवाना कर दिया गया।