बिहार : जमुई के सदर थाना में पदस्थापित एक सिपाही ने शनिवार की दोपहर खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। आननफानन में परिजन उसे सदर अस्पताल ले गए, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। पटना के रास्ते में ही सिपाही की मौत हो गई। इधर, यह सूचना बेगूसराय में सिपाही की साली तक पहुंची तो उसने कीटनाशक खा लिया। 

मृतक सिपाही की पहचान बेगूसराय जिले के चेरिया बरियारपुर गांव निवासी कृष्णदेव चौधरी के पुत्र गुंजन कुमार के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गुंजन कुमार नगर थाना क्षेत्र में किराए का मकान लेकर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे। शुक्रवार की रात्रि गश्ती ड्यूटी पूरी कर शनिवार की सुबह करीब 3 बजे अपने रूम पर पहुंचे। इसके बाद उनका उनकी पत्नी के साथ विवाद होने लगा। आसपास के लोगों ने बताया कि घटना से पूर्व भी रूम में दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद हो रहा था। इसी दौरान दिन के करीब 1 बजे गोली चलने की आवाज आई। गोली की आवाज सुनते ही लोग उधर दौड़ पड़े। तभी मृतक की पत्नी रूम से चिल्लाते हुए बाहर निकली कि मेरे पति ने गोली मार ली है। 

चार घंटे बाद साली ने खाया जहर 
उधर, घटना की सूचना गुंजन की साली को भी मिली। घटना के करीब चार घंटे बाद उसकी साली प्रियंका कुमारी ने कीटनाशक दवा खा ली। आननफानन में परिजनों ने उसे भी सदर अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल प्रियंका की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रियंका बेगूसराय के बरौनी निवासी ओम प्रकाश चौधरी की पुत्री है। लोग बताते हैं कि गुंजन और उसकी पत्नी में चार दिनों से विवाद चल रहा था। प्रियंका का कहना है कि मैं अपनी बहन को विधवा नहीं देखना चाहती हूं, इसीलिए कीटनाशक दवा खा ली है।