ट्रैफिक चालान और टोल टैक्स से बचने के लिए एक ट्रांसपोर्टर फर्जी नंबर प्लेटों का प्रयोग करता था। ट्रांसपोर्टर की फर्जी नंबर लगी गाड़ियों के चालान और टोल के भुगतान के संदेश गाड़ियों के असल मालिकों के पास आते। गांव कुसलीपुर का रहने वाला व्यक्ति भी इस धोखाधड़ी के चलते एक साल से ट्रांसपोर्टर की गाड़ी के चालान और टोल टैक्स भुगतता रहा। ऑनलाइन चालान होने पर पीड़ित के पास ट्रांसपोर्टर की गाड़ी की फोटो आई, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। कैंप थाना पुलिस में मामले में नामजद आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले में गांव कुसलीपुर के रहने वाले राम रतन ने शिकायत दर्ज करवाई है कि पिछले लंबे समय से लुलवाड़ी गांव का रहने वाला देवेंद्र फर्जी तरीके से उसके कैंटर के नंबर का प्रयोग अपने कैंटर पर लगाकर प्रयोग कर रहा था।

आरोपित देवेंद्र की गाड़ी का कहीं भी चालान होता तो उसके फोन पर संदेश आता कि आपकी गाड़ी का चालान कट गया है। मगर उस समय उसका कैंटर घर पर खड़ा होता था। वह चालान के संदेशों को देखकर परेशान रहता था। इसी के साथ आरोपित का कैंटर का टोल भी उसे भुगतना पड़ता था। करीब एक साल से वह इस परेशानी से जूझ रहा था। शिकायतकर्ता के मुताबिक वह चालान शाखा जाकर बताता कि उसका कैंटर घर पर खड़ा है, उसका चालान कैसे हो गया, मगर उसकी बात कोई नहीं सुनता था। चालान भरने के लिए उसे कई जगह जाना पड़ा। उसे हर समय अनहोनी का डर बना रहता था। वह आए दिन चालान के आने वाले संदेशों से ,मानसिक रूप से परेशान रहने लगा।

ऑनलाइन चालान में आरोपित के कैंटर की फोटो कैद होने से हुआ खुलासा

शिकायतकर्ता के अनुसार एक दिन उसे फोन पर संदेश आया कि उसके कैंटर का चालान नोएडा में कटा है। चूंकि यह चालान ऑनलाइन था, इसीलिए आरोपित के उक्त कैंटर की फोटो उसके पास आ गई। उक्त कैंटर के फोटो देखकर वह हैरान रह गया। उसने पाया कि कोई व्यक्ति उसकी कैंटर के नंबर का प्रयोग कर कर अपना पुराना कैंटर चला रहा है। जब उसने पड़ताल की तो पाया कि उसके नंबर का प्रयोग गांव लुलवाड़ी का रहने वाला देवेंद्र कर रहा है।

आरोपित ने कई गाड़ियों पर लगा रखी है फर्जी नंबर प्लेट

शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपित के पास कई गाड़ियां हैं और वह इसी तरह अन्य व्यक्तियों की गाड़ी की नंबर प्लेट लगाकर उन्हें अपनी गाड़ी पर प्रयोग करता है। आरोपित ने अपनी गाड़ियों के फर्जी कागजात भी बना रखे हैं। आरोपित किसी भी हादसे को अंजाम देकर दूसरे लोगों को फंसा रहा है। आरोपित का कार्यालय फरीदाबाद के नीलम फ्लाईओवर के पास स्थित है, आरोपित अपनी गाड़ियां कार्यलाय पर ही खड़ी रखता है।