नई दिल्ली| कनेक्टेड कारों की पहुंच ने वैश्विक स्तर पर पहली बार नॉन-कनेक्टेड कारों को पीछे छोड़ दिया है। इस साल दूसरी तिमाही (क्यू2) में लगभग 50.5 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की। 5जी के लिए तैयार कारों की बिक्री पांच लाख को पार कर गई, हालांकि कनेक्टेड कारों की बिक्री में 4जी की हिस्सेदारी 90 फीसदी थी।

काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, वैश्विक कनेक्टेड कार बाजार में अमेरिका ने चीन को पीछे छोड़ दिया और शीर्ष पांच वाहन निर्माता वोक्सवैगन, टोयोटा, जीएम, स्टेलंटिस और हुंडई थे।

इस तिमाही में कनेक्टेड कारों की बिक्री में अमेरिका, चीन और यूरोप की हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी रही।

वरिष्ठ विश्लेषक सौमेन मंडल ने कहा, इस साल की पहली तिमाही में कनेक्टेड कार की बिक्री के मामले में अमेरिकी बाजार ने चीन को पीछे छोड़ दिया।

रिपोर्ट के अनुसार, वाहन निर्माता अगली पीढ़ी के कनेक्टेड मोबिलिटी के लिए शक्तिशाली ऑन-बोर्ड कंप्यूटर का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

रिसर्च वाइस प्रिसिडेंट पीटर रिचर्डसन ने कहा, 4जी कारें अभी भी वैश्विक कनेक्टेड कार बाजार पर हावी हैं, 2022 की दूसरी तिमाही में 90 प्रतिशत शिपमेंट पर कब्जा कर रही हैं, जबकि 5जी कारों की हिस्सेदारी लगभग 7 प्रतिशत है। हालांकि 5जी की हिस्सेदारी में वृद्धि जारी रहेगी, 4जी की बिक्री 2027 तक सालाना आधार पर बढ़ेगी।

नॉन-कनेक्टेड कारों में लगातार गिरावट आ रही है। वाहन निर्माता अपने पोर्टफोलियो को फैक्ट्री-फिटेड एम्बेडेड कनेक्टिविटी के साथ बेस मॉडल वेरिएंट में भी अपग्रेड करना पसंद करते हैं।

बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज और ऑडी जैसे लग्जरी ब्रांड्स ने सबसे पहले कनेक्टेड कारों को इनबिल्ट वाई-फाई के साथ पेश किया था।

रिपोर्ट के अनुसार, कारों के लिए 5जी के प्रसार में बाधा डालने वाले कई कारक हैं, जैसे कि 5जी एनएडी/टीसीयू की उच्च कीमतें, खराब नेटवर्क कवरेज।

रिचर्डसन ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि 5जी कनेक्टिविटी को बड़े पैमाने पर 2025 के बाद ही अपनाया जाएगा, जब इनमें से अधिकतर मुद्दों का समाधान हो जाएगा।