नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने 737 मैक्स विमान के पायलटों को खराब सिम्युलेटर पर प्रशिक्षण देने के मामले में विमानन कंपनी स्पाइसजेट पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। 30 मार्च को डीजीसीए की एक टीम ने ग्रेटर नोएडा स्थित सीएसटीपीएल में इन सिम्युलेटरों की जांच की थी। जिसमें पता चला कि बी 737 मैक्स विमानों के लिए पी2 साइड पर स्टिक शेकर का एमएमआई सिम्युलेटर में था ही नहीं। इसके बाद स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कंपनी का जवाब संतोषजनक नहीं होने पर जुर्माना लगाया गया। नागर विमानन महा निदेशालय ने पिछले महीने स्पाइसजेट के 90 पायलट को ठीक से प्रशिक्षित नहीं होने के कारण मैक्स विमान के संचालन से रोक दिया था। यह पाया गया था कि पायलट को जिस सिम्युलेटर पर प्रशिक्षित किया गया था, उसमें सह-पायलट की तरफ से ‘स्टिक शेकर’ काम नहीं कर रहा था। विमान के उड़ान के दौरान रूकने पर ‘स्टिक शेकर’ पायलट को चेतावनी देता है।