नई दिल्ली| पिछले कुछ वर्षो में भाजपा और कांग्रेस के आपसी संबंध लगातार तल्ख होते जा रहे हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ का मामला हो या संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी की झड़प का मसला हो, सत्ता पक्ष और विपक्ष के शीर्ष नेतृत्व के आपसी संबंध भी लगातार तल्ख होते नजर आने लगे।

इस बीच रविवार को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में जो कुछ हुआ, वो चर्चा का विषय बन गया। मौका था संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम का।

इस कार्यक्रम में अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का आमना सामना हो गया। लोक सभा अध्यक्ष बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण किया और उसके बाद सोनिया गांधी श्रद्धांजलि देने के लिए आगे बढ़ी। बापू के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद जैसे ही सोनिया गांधी आगे बढ़ी तो उनका आमना सामना लोक सभा अध्यक्ष के बगल में खड़े प्रधानमंत्री मोदी से हो गया। प्रधानमंत्री ने पहल करते हुए नमस्ते कर सोनिया गांधी का अभिवादन किया तो जवाब में सोनिया गांधी ने भी हाथ जोड़ कर उन्हें नमस्ते किया। हालांकि सरकार और विपक्ष के बीच जारी तनातनी चेहरों पर तो नजर आई ही। इसके बाद कई ग्रुप फोटो लिए गए जिसमें दोनों ही नेता खड़े तो नजर आए लेकिन उनके बीच न तो कोई आई कॉन्टैक्ट हुआ और न ही कोई बातचीत।

बाद में बेंच पर बैठे रहने के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सोनिया गांधी ने एक दूसरे को हाथ जोड़कर नमस्ते किया।