जालंधर  । यूपी से काम ढूंढने जालंधर आई एक श्रमिक की लुटेरों ने इसलिए हत्या कर दी कि उसकी जेब से उनको सिर्फ तीन सौ रुपये मिले। हत्या करने के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। वहां से निकल रहे लोगों ने जब यह देखा तो पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने शव को सिविल अस्पताल भिजवाया और अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले।वीरवार देर रात को थाना 3 के अंतर्गत आते दोमोरिया पुल के नजदीक यूपी से आए श्रमिक को तीन लोगों ने घेर लिया। चाकू दिखाकर उन्होंने श्रमिक से जेब में पड़ा सामान देने के लिए कहा। उसकी जेब से मात्र 300 रुपए निकलने पर लुटेरों ने गुस्से में आकर चाकू मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान जिला बहराइच यूपी निवासी प्रवीण शुक्ला के रूप में हुई है। थाना तीन के प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि देर रात 12 बजे सूचना मिली की दोमोरिया पुल के नजदीक लूट हुई है। मौके पर पहुंचे तो श्रमिक का शव पड़ा था। जांच में सामने आया कि प्रवीण शुक्ला काम ढूंढने के लिए यूपी से जालंधर रेल के जरिए जालंधर आया था। अपने चचेरे भाई विजय मिश्रा निवासी पटेल चौक के पास जा रहा था।

प्रवीण स्टेशन से बाहर निकल पटेल चौक की ओर पैदल ही निकला। जैसे ही दोमोरिया पुल के पास पहुंचा दो तीन लुटेरों ने उसको घेर कर उससे लूट करने लगे। श्रमिक की जेब से 300 रुपए निकलने पर लुटेरों ने गुस्से में आकर चाकू मारकर श्रमिक की हत्या कर दी। इस संबंधी मृतक के चेचेरे भाई विजय विजय मिश्रा ने बताया कि उसके भाई को काम की जरूरत थी तो वह काम के लिए उनके पास आ रहा था।उस ने बताया कि देर रात जब प्रवीण ट्रेन से उतरा तो उसको कोई ऑटो नहीं मिल रहा था तो उसने उसको बताया कि पैदल ही इस रास्ते से आजा। लेकिन कुछ देर बाद उनको फोन आया कि जल्दी से सिविल अस्पताल आ जाओ। वहां जाकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि इलाके के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। जल्दी आरोपितों को ट्रेस कर गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा।

मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक प्रवीण की जेब से मिले मोबाइल से उसके भाई का पता निकाला। प्रवीण ने आखिरी काल अपने भाई को की थी। उसी नंबर पर पुलिस ने फोन मिलाया और प्रवीण के भाई को सारी घटना की जानकारी दी।प्रवीण अपने गांव में ही कई सालों से खेती बाड़ी का काम कर रहा था। उसका भाई विजय मिश्रा जालंधर में ही काम करता था। विजय ने प्रवीण को कहा कि जालंधर में अच्छी खासी कमाई होती है। अपने भाई की बात सुन पैसा कमाने के लिए प्रवीण जालंधर आया लेकिन उसे नहीं पता था कि जालंधर में पैसा नहीं बल्कि उसकी मौत से खींच कर ला रही है। जालंधर में आते ही उसके इंतजार में खड़ी मौत उसे अपने साथ ले ग