लगातार बढ़ते प्रदूषण से देश भर की हवा खराब हो चुकी है. राजधानी पटना रांची भी इससे अछूती नहीं रह गई है. इसके अलावा बिहार झारखंड के कई शहरों की हवा बहुत खराब बनी हुई है. जिसके कारण लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है. 

राजधानी पटना की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है.  बिहार के कई जिलों के वायु प्रदूषण बढ़ चुका है. वहीं पटना के कई इलाकों में AQI 200 का आंकड़ा पार कर चुका है. पटना इको पार्क के पास AQI 145 देखा गया है. गांधी मैदान और राजा बाजार के इलाकों में वायु प्रदूषण सबसे अधिक है.

वहीं पटना में बढ़ते वायु प्रदूषण पर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन का बड़ा बयान आया है. वायु प्रदुषण को देखते हुए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन ने पाटलिपुत्र में तीन इंडस्ट्री को बंद कर दिया है. वहीं 8 से 6 महीने का समय दिया गया है. हर साल के अनुसार, इस बार शहर की हवा कम प्रदूषित हुई है.

इतिहास के तौर पर प्रशासन में कई कदम उठाए हैं. एंटी फार्मिंग मशीन के जरिए पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है. वहीं प्रशासन ने पटाखों पर भी बैन लगा दिया है. डीजल पर वहां पहले से ही प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं खुले में कचरे को न जलाया जाए, इसके लिए प्रशासन लगातार निगरानी कर रही है. 

वहीं ठंड की दस्तक के साथ पूरे देश भर में वायु प्रदूषण के हाल के बीच राजधानी रांची में थोड़ी राहत जरूर है. पेटीकुलर मीटर स्तर PM 2.5 में 16 और PM 10.38 है. आद्रता की बात करें तो तकरीबन 56% है. हालांकि सुबह-सुबह या 26 के आस पास थी. 

इधर राजधानी रांची के द्वारा लगाए गए पॉल्यूशन कंट्रोल रिपोर्ट को प्रदर्शित करने वाला डिस्प्ले बोर्ड पिछले 6 महीने से बंद है. सिरम टोली वन भवन तक बन रहे फ्लाईओवर के कारण इसे शिफ्ट करने के बाद फिर से चालू नहीं किया गया.  बता दें कि साल 2022 की रिपोर्ट में राजधानी रांची झारखंड के पांच प्रदूषित शहरों में शामिल है. जहां सबसे पहले धनबाद पांचवें नंबर पर रांची बेहतर शहरों में खूंटी शामिल है.