प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद ने मुठभेड़ में ढेर होने से पहले मॉरीशस में रहने वाले अपने किसी अंकल से बात की थी। बातचीत के दौरान व वॉट्सऐप चैटिंग के माध्यम से उसने उमेश पाल की हत्या के बाद अंकल से मदद मांगी थी। इसका पता पुलिस को असद के मोबाइल की जांच के बाद लगा है। हालांकि, पुलिस का कोई अधिकारी इस मामले में अभी बोलने को तैयार नहीं है।

अधिवक्ता उमेश पाल और उनके दो गनर की पिछले वर्ष सुलेमसराय में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें माफिया अतीक अहमद के बेटे असद समेत कई नामजद हुए थे।

झांसी जनपद में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में असद ढेर हो गया था। उसके पास से मोबाइल बरामद किया गया था। इसमें जो सिम लगा था, उससे किए गए फोन व वॉट्सऐप चैटिंग को डिलीट कर दिया गया था। पुलिस की टीमें इसकी जांच में लगी थीं।

सूत्रों के मुताबिक, इसमें एक नंबर मिला, जिसे अंकल के नाम से सेव किया गया था। वॉट्सऐप पर की गई चैटिंग पर असद ने अंकल से मदद मांगी थी। इसमें पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कैसे वह पुलिस से बचता फिर रहा है और आगे खुद को बचाने के लिए उसने मदद मांगी थी। उसके द्वारा अंकल को फोन भी किया गया था। पुलिस अब इस अंकल के बारे में पता लगा रही है।

सूत्रों के अनुसार, अंकल प्रयागराज का ही रहने वाला है, जो लंबे समय से मॉरीशस में रह रहा है। वह माफिया अतीक अहमद का करीबी है। पुलिस ने माफिया अतीक के कुछ करीबियों से भी जानकारी जुटाई है। इस मामले में पुलिस माफिया अतीक अहमद के जेल में बंद बेटों से भी पूछताछ कर सकती है।