गुरुवार को बीआईटी मेसरा के इलेक्ट्राॅनिक्स एंड कम्यूनिकेशन थर्ड सेमेस्टर के छात्र सौरभ सुमन ने हाॅस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक 2022 बैच का छात्र था। उसके पिता बलराम बैठा जमशेदपुर के रहनेवाले हैं।

अभिभावकों को दी गई बेटे के न रहने की जानकारी

रात आठ बजे सहपाठियों ने खिड़की से सौरभ को फांसी के फंदे पर झूलता पाया। जानकारी मिलते ही हाॅस्टल में कोहराम मच गया। काॅलेज प्रबंधन ने तत्काल इसकी सूचना बीआइटी ओपी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर छात्र को फांसी के फंदे से उतारा। इधर, अभिभावक को इसकी जानकारी दे दी गई है।

पिछले कुछ दिनों से तनाव में था सौरभ

जानकारी के अनुसार,सौरभ सेमेस्टर एक व दो की परीक्षा में कुल छह विषयों में फेल हो गया था। 10 दिनों के बाद थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा होने वाली थी। इससे पूर्व परीक्षा शुल्क के रूप में 60 हजार रुपये जमा करने थे।

बताया जाता है कि इसी तनाव में उसने फांसी लगा ली। कमरे से सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में लिखा है- थैंक्यू मम्मी-पापा, आप लोगों ने मुझे बहुत सपोर्ट किया। अब और नहीं हो पा रहा है। मुझे माफ कर देना।
ओपी प्रभारी सुमित कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

हाॅस्टल नंबर 10 में सिंगल कमरे में रहता था सौरभ

सौरभ बीआईटी कैंपस में हाॅस्टल नंबर 10 के कमरा नंबर 319 नंबर में रहता था। दोपहर में 1.30 बजे क्लास करने जाना था, लेकिन नहीं गया।

क्लास जाने के दौरान सहपाठियों ने आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर चले गए। सहपाठियों को लगा कि वह सो रहा है। रात में आने-जाने के दौरान एक छात्र की नजर कमरे की खिड़की पर पड़ी, तो देखा कि फंदे पर एक लड़का झूल रहा है।

पांच साल पहले भी एक छात्र ने लगा ली थी फांसी

साल 2018 में बीआईटी में पढ़ाई कर रहे छात्र शक्तिधर त्रिपाठी ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली थी। शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें आत्महत्या का कारण परीक्षा का तनाव बताया था।