पंजाब में गैंगस्टरों के लिए अब कोई जगह नहीं। अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करना चाहता है तो उसे याद रखना चाहिए कि गैंगस्टरों को अब राजनीतिक संरक्षण नहीं मिलता है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी। यह बात मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने एक्स अकाउंट में एक पोस्ट में कही है।वीरवार को मोहाली में मुठभेड़ के बाद दो गैंगस्टरों की गिरफ्तारी की जानकारी भी मान ने साझा की है। वीरवार को न्यू मुल्लांपुर में गैंगस्टरों व पुलिस के स्पेशल सेल के बीच मुठभेड़ हुई थी।इसमें दो गैंगस्टर विक्रम राणा उर्फ हैप्पी और किरण घायल हो गए, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर कई मामले दर्ज हैं। बाउंसर मनीष की हत्या में भी दोनों आरोपित हैं। राज्य में अपराधियों का सफाया करने के लिए मुख्यमंत्री मान ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) गठित की है।इसका नेतृत्व अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के एक पुलिस अधिकारी करते हैं। इस टास्क फोर्स का उद्देश्य संगठित अपराध को खत्म करना और राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना है।इसके लिए मान सरकार पंजाब पुलिस की दक्षता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग को अपेक्षित जनशक्ति, नवीनतम उपकरण और सूचना प्रौद्योगिकी भी प्रदान कर रही है। इसी का परिणाम है कि मान सरकार के कार्यकाल में एजीटीएफ की ओर से अब तक 1,013 गैंगस्टर जहां गिरफ्तार किए गए हैं, वहीं 11 गिरोह का बिल्कुल सफाया कर दिया गया है।