दुर्ग। जिले के पाटन में भारत का पहला बीपीएचयू खुल रहा है। यहां ब्लाक में फैलने वाली बीमारियों का कारण जानने डाटा कलेक्ट किया जाएगा। कलेक्ट किए गए डाटा का इंट्रीगेशन होगा और इस पर विश्लेषण किया जाएगा। उक्त विश्लेषण के आधार पर बीमारियों की रोकथाम की जाएगी।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसका शुभारंभ करेंगे। पाटन बीएमओ डा.आशीष शर्मा ने बताया कि पूरे भारत में यह पहला लैब होगा। इस सेंटर में विभिन्ना बीमारियों के सर्विलिएंस से संबंधी कार्य होंगे। इसका मतलब यह है कि बीमारियों का डाटा कलेक्शन होगा, इन्टीग्रेशन होगा और इस पर विश्लेषण होगा। विश्लेषण डाटा एनालिस्ट करेंगे। इन विश्लेषणों के आधार पर खास तरह की बीमारियों के ट्रेंड पर पता लगाया जा सकेगा और इनसे निपटने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई हो सकेगी। डाटा का एनालिसिस जितनी पुख्ता होगी, क्षेत्र में बीमारियों पर नियंत्रण प्राप्त करने की दिशा में उतना ही कार्य होगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए बीएमओ डा. आशीष शर्मा ने बताया कि इस सेंटर का निर्माण सेंटर फार डिजीज कंट्रोल के विशेषज्ञों ने किया है। डा.आशीष शर्मा ने बताया कि डेटा आधारित विश्लेषण के आधार पर बीमारियों से निपटने व रोकथाम करने में मदद मिलेगी। डेटा एनालीसिस करने तीन विशेषज्ञों सहित अन्य स्टाफ भी रखा जाएगा।