रांची के बरियातू थाना क्षेत्र स्थित राज्य के सबसे बड़े अस्पताल राजेंद्र इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) परिसर में एक डाॅक्टर की हत्या कर साक्ष्य छिपाने को मोबिल डालकर शव को जलाने का प्रयास किया गया। उनका अधजला शव अस्पताल परिसर में ही डाक्टरों के छात्रावास संख्या पांच के पास से गुरुवार की सुबह बरामद हुआ है।

मृतक की पहचान डा. मदन कुमार के रूप में हुई है। वह फोरेंसिक मेडिसिन एवं टाॅक्सिकोलोजी (एफएमटी) में स्नात्कोत्तर प्रथम वर्ष के छात्र थे। डा. मदन छात्रावास संख्या पांच के ही कमरा संख्या 69 में रहते थे। वह मूल रूप से तमिलनाडू के रहने वाले थे।

अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार डा. मदन कुमार को पहले छात्रावास की छत पर मारा गया और फिर मोबिल डालकर जलाया गया। फिर छात्रावास के पीछे झाड़ियों में शव को फेंक दिया गया।

छात्रावास की छत पर मोबिल, पैरों के निशान भी मिले हैं। बरियातू थाने की पुलिस ने पूरे मामले की वैज्ञानिक जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की भी मदद ली है। फोरेंसिक वैज्ञानिक मौके से फोरेंसिक साक्ष्य जुटा रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिटी राजकुमार मेहता, डीएसपी सदर प्रभात रंजन बरवार आदि मौके पर पहुंचे हैं। जांच जारी है। हत्या के पीछे की वजह अब तक सामने नहीं आई है। पुलिस डा. मदन कुमार के मोबाइल का सीडीआर खंगाल रही है और यह भी पता लगा रही है कि उनकी अंतिम बार किससे बात हुई थी। उनके साथियों से विवाद के बिंदु पर भी छानबीन हो रही है।

को जल्द ही पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाना है। पोस्टमार्टम व जांच के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। प्रारंभिक साक्ष्य के अनुसार पूरा मामला हत्या कर शव को जलाया जाना प्रतीत हो रहा है।