इस्लामाबाद । चीन का पाकिस्तान से नाराज होना और पाकिस्तान सरकार का डर दोनों जायज है। दरअसल पिछले कुछ वर्षों में बार-बार चीन के नागरिकों को आतंकियों ने निशाना बनाया। इसमें कई चीनी नागरिकों की जान चली गई है। लेकिन हमलों को रोकने में पाकिस्तान हमेशा नाकाम रहा है। पाकिस्तान काफी हद तक चीन पर निर्भर है। इसके बाद चीन ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा कि मदद के बदले में अपने नागरिकों की जान गंवानी पड़े। ताजा आतंकी हमले में अपने पांच नागरिकों की जान जाने से चीन गुस्से में है। चीन की तरफ से कहा गया है कि पाकिस्तान इस आत्मघाती हमले की जांच कर दोषियों को सख्त से सख्ता सजा दे। 
चीनी इंजीनियरों की गाड़ी पर हमले के बाद शहबाज शरीफ इस कदर घबरा गए कि हमले के कुछ ही घंटे के बाद अपनी पूरी कैबिनेट के साथ चीनी दूतावास पहुंच गए। शहबाज शरीफ की इतनी हिम्मत भी नहीं हुई कि वहां चीनी राजदूत से आंखे मिलाकर बात कर पाए। पूरे वक्त वहां डरे सहमे नजर आए। वहीं ऐसी अटकलें लग रही हैं कि बीजिंग इस्लामाबाद पर सीपीईसी परियोजनाओं की सुरक्षा के लिए अपनी सुरक्षा एजेंसियों को तैनात करने के लिए दबाव डाल सकता है।