रांची। राजधानी में उपभोक्ताओं को पिछले चार महीने से समय पर बिजली बिल नहीं मिल रहा है। कुछ-कुछ क्षेत्रों में पांच से छह माह से उपभोक्ता बिजली बिल का इंतजार कर रहे हैं। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी में अब तक मात्र 35 प्रतिशत घरों में ही बिलिंग पहुंच सका है। उपभोक्ताओं की शिकायत सुनने वाला भी कोई नहीं है।

विभाग के अधिकारियों ने बताई ये वजह

अब उपभोक्ताओं को डर सता रहा है कि एक साथ उन्हें चार से पांच महीने का बिजली सौंपा जाएगा। बिजली विभाग द्वारा कंपिटेंड सेनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को एक्सटेंशन दिया गया है। जबकि इस कंपनी की रिपोर्ट पहले ही विभाग के समक्ष खराब है।

एजेंसी के उदासीन रवैये के कारण कंपिटेंड के अधीन काम करने वाले अधिकांश ऊर्जा मित्रों ने काम छोड़ दिया है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहर में नए स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उसकी रिपोर्ट सौंपने में देरी हुई है। जिसके कारण ट्रैरिफ अपडेशन का काम पूरा नहीं हो पाया था।

इस कारण उपभोक्ताओं के घर तक बिजली बिल नहीं पहुंच सका है। अब ट्रैरिफ अपडेशन का काम पूरा हो गया है। 18 अप्रैल से लोगों के घरों में बिल पहुंचना शुरू हो चुका है।

इन क्षेत्रों में नहीं पहुंच रहा बिजली बिल

राजधानी के रातू रोड पिस्का मोड़ दयाल नगर में पिछले चार माह से बिजली बिल नहीं पहुंच रहा है।

पिस्का मोड़ दयाल नगर निवासी अनुज कुमार ने बताया कि विभाग की लापरवाही के कारण आम आदमी को हर्जाना भुगतना पड़ रहा है। बरियातू निवासी पवन कुमार ने बताया कि बरियातू के रानी बगान में बिजली बिल नहीं मिलने की शिकायत आम हो चुकी है। पिछले पांच माह से बिजली बिल नहीं मिल रहा है। इससे पहले भी चार महीने का बिजली बिल एक साथ मिला था।

केतारी बगान निवासी अमर कुमार ने बताया कि दो माह पहले स्मार्ट मीटर लगाया गया है, अबतक बिजली बिल नही पहुंचा है।

चेशायर होम रोड निवासी रूणा शुक्ला ने बताया कि स्मार्ट मीटर लोगों के लिए परेशानी बन गई है। सुविधाएं इस प्रकार की नहीं होनी चाहिए।

राजधानी में लग चुका है 2 लाख स्मार्ट मीटर

झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा शहर में अबतक लगभग 2 लाख 22 हजार स्मार्ट मीटर लगाएं जा चुके है। मात्र 25 हजार स्मार्ट मीटर ही प्रीपेड मोड पर काम कर रहे हैं।

जबकि एक लाख 80 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर अबतक पोस्टपेड मोड पर ही हैं। उपभोक्ताओं को यह भी मालूम नहीं है कि उनका स्मार्ट मीटर कब से प्रीपेड मोड पर काम करेगा। शहर में सितंबर तक 3 लाख 50 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है।

उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली का मिलने लगा लाभ

राज्यभर में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ 18 अप्रैल से मिलना शुरू हो चुका है। पहले 100 यूनिट तक ही बिजली बिल माफी की योजना थी। अब 125 यूनिट मुफ्त बिजली मिलने से उपभोक्तओं में काफी खुशी है।