अहमदाबाद। गुजरात के क्षत्रिय समुदाय ने पूर्ववर्ती रियासतों के शासकों पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला की टिप्पणी को गंभीरता से लिया है। क्षत्रिय समुदाय ने उनकी माफी को खारिज करते हुए कहा है कि भाजपा राजकोट से अपना उम्मीदवार बदल दे, नहीं तो उसे हार का सामना करना पड़ेगा।

इस मामले को लेकर क्षत्रिय समुदाय के प्रमुख नेताओं ने एक बैठक कर राज्यभर में रूपाला का पुतला फूंकने का फैसला किया। इस मामले को लेकर आने वाले दिनों में राजकोट में एक बड़ी सभा भी आयोजित की जाएगी।

रूपाला ने अपने बयान के लिए मांगी माफी 

विगत 22 मार्च को राजकोट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रूपाला ने कहा था कि महाराजाओं ने विदेशी शासकों के साथ ही अंग्रेजों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए थे। उन्होंने कहा था कि इन महाराजाओं ने उनके साथ रोटी तोड़ी और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे की। हालांकि, रूपाला ने पहले ही अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी, लेकिन समुदाय की समन्वय समिति ने इसे स्वीकार नहीं किया और कहा कि वह लोकसभा चुनाव के बाद भी यही भाषा बोल सकते हैं।

'हम भाजपा के खिलाफ नहीं'

समिति के सदस्यों में से एक वीरभद्र सिंह ने कहा कि हम उनकी माफी को अस्वीकार करते हैं, क्योंकि उन्होंने दिल से माफी नहीं मांगी है। वह चुनाव के बाद भी यही भाषा बोल सकते हैं। यदि रूपाला को नहीं हटाया गया तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़े। हम भाजपा के खिलाफ नहीं हैं। रूपाला को हटाकर पार्टी किसी को भी यहां से टिकट दे सकती है। कहा कि टिकट वितरण के दौरान विचार न किए जाने के बावजूद क्षत्रिय कभी भी परेशानी नहीं पैदा करते। लेकिन, इस बार हमारा सम्मान दांव पर है।

'हम उन्हें माफ करने के मूड में नहीं'

हम उन्हें माफ करने के मूड में नहीं हैं। क्षत्रिय लंबे समय से भाजपा के साथ हैं। एक अन्य क्षत्रिय नेता वासुदेव ¨सह गोहिल ने कहा कि यदि रूपाला को नहीं हटाया गया तो हर जिले में उनका पुतला फूंका जाएगा। हम चाहते हैं कि भाजपा राजपूतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए रूपाला की राजकोट लोकसभा सीट से उम्मीदवारी को रद कर दे। हम किसी भी समझौते के फार्मूले पर सहमत नहीं होंगे।