भोपाल। मध्यप्रदेश में दोनों ज्योतिर्लिंग मंदिर के आसपास धर्म-संस्कृति को विकसित किया जा रहा है। उज्जैन में महाकाल लोक के साथ खंडवा के ओंकारेश्वर स्थित ओंकार पर्वत पर अध्यात्म लोक एकात्मधाम विस्तार ले रहा है। यहां ओंकार पर्वत को काटकर 28 एकड़ जमीन पर इसकी स्थापना की जा रही है।
यहां आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा होगी। इसके लिए 54 फीट का आधार स्तंभ तैयार होने को है। 52 फीट ऊंचे आधार पर आदि गुरु शंकराचार्य की बाल्य अवस्था की 108 फीट की मूर्ति की स्थापना के लिए काम किया जा रहा है। चार स्लैब में बनने वाले आधार स्तंभ का 50त्न काम हो चुका है। प्रदेश की सबसे ऊंची इस प्रतिमा का इसी साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनावरण करेंगे। लगभग 2 हजार करोड़ रुपए के बजट से बनने वाले के बाकी बचे हिस्से का काम दिसंबर 2024 तक पूरा होगा।
मध्यप्रदेश सरकार ने ओंकारेश्वर में बन रहे एकात्मधाम प्रोजेक्ट को पहली बार अधिकृत तौर पर देश के सामने रखा। देश के जाने-माने संत, विद्वान और ओपिनियन मेकर्स की मौजूदगी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का काम अगस्त तक पूरा करने को कहा है। एकात्मधाम प्रोजेक्ट के बाकी हिस्से का काम दिसंबर 2024 तक पूरा करने का टारगेट है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का काम अगस्त तक पूरा करने को कहा है। एकात्मधाम प्रोजेक्ट के बाकी हिस्से का काम दिसंबर 2024 तक पूरा करने का टारगेट है।
आदि गुरु शंकराचार्य जी ने भारत की तीन बार परिक्रमा की। उन्होंने दुनिया को अद्वैत वेदांत का सिद्धांत दिया। इस एकात्मधाम में आदि गुरु शंकराचार्य के जीवन दर्शन को बताने वाला संग्रहालय, अद्वैत वेदांत सिद्धांत के अध्ययन के लिए संस्थान भी होगा। ओंकार पर्वत पर एकात्मधाम यानी एकात्मता की प्रतिमा स्थापित होगी। इसे स्टैच्यू ऑफ वननेस नाम दिया गया है। यहां प्रशिक्षण एवं सूचना केंद्र, अभय घाट, संन्यास और गुफा मंदिर सहित 35 हजार पेड़ों का वन विहार होगा। अन्नपूर्णा मंदिर, पंचायत मंदिर के साथ ओम स्तंभ, कला, प्रदर्शनी जैसी अद्भुत रचनाओं का विस्तार किया जाएगा।