झारखंड में सत्ता की चाबी डबल एम यानी महतो (कुरमी) और मांझी (आदिवासी) मतदाताओं के पास है। इसे देखते हुए इन्हें आकर्षित करने की कवायद भी चरम पर है। इन समुदायों के जन संगठनों की पूछ जहां बढ़ गई है, वहीं समर्थन के लिए ऐलान का क्रम भी आरंभ होने वाला है।

इसके अलावा पक्ष-विपक्ष अपने ऐसे नेताओं को मुहिम में लगा रहा है, जो माइक्रो लेवल पर इन दोनों प्रभावी समुदाय को साधने की कोशिश करेंगे। राज्य की 14 लोकसभा सीट में से पांच आदिवासियों के लिए सुरक्षित है तो लगभग छह सीटों पर कुरमी मतदाता जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं।

13 से पहले राहुल आएंगे झारखंड, कांग्रेस ने शुरू की तैयारी

लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड में पहले फेज का मतदान 13 मई को चार क्षेत्रों-पलामू, खूंटी, लोहरदगा और सिंहभूम में होगा। इन क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है। इसे देखते हुए एनडीए और आइएनडीआइए के नेता अपने-अपने राष्ट्रीय नेताओं का कार्यक्रम बनाने में जुट गए हैं।

13 मई से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी झारखंड में प्रचार करने आएंगे। इस लेकर शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने खूंटी और गुमला जिले के बसिया में जनसभा के लिए स्थल निरीक्षण किया और प्रस्तावित रैली को लेकर सभी कार्यकर्ताओं को होमवर्क में जुट जाने का निर्देश दिया।

बेहतर माहौल तैयार करने की कोशिश

स्थल निरीक्षण के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में लोकसभा चुनाव-2024 के लिए बेहतर माहौल तैयार करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि रैली से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।

युवाओं, किसानों, महिलाओं, आदिवासियों के बीच राहुल गांधी की प्रस्तावित रैली को लेकर काफी उत्साह है। रैली स्थल निरीक्षण के दौरान अमुल्य नीरज खलखो, रवीन्द्र सिंह, मानस सिन्हा गुमला जिलाध्यक्ष चैतु उरांव, खूंटी जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष रौशन बरवा सहित अन्य कांग्रेसजन शामिल थे।