बर्रा छह के पास हाईवे पर एक दर्दनाक हादसा हुआ। बाइक सवार युवक को कंटेनर ने कुचल दिया। मौके पर पहुंची पुलिस आधे घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करती रही और युवक सड़क पर तड़पता रहा और बाद में दम तोड़ दिया। युवक का बड़ा भाई लखनऊ में सिपाही है और वीआइपी ड्यूटी में तैनात है। लोगों ने पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगा खूब कोसा।

ओमपुरवा निवासी सुखदेव सिंह के परिवार में पत्नी गीता सिंह, बड़ा बेटा सिपाही अभिषेक कुमार सिंह, छोटा बेटा 26 वर्षीय नीतेश कुमार सिंह था। पिता ने बताया कि नीतेश सीयूजीएल कंपनी में कार्यरत था। शुक्रवार शाम नीतेश बड़े बेटे की बाइक लेकर किसी काम से पनकी गया था।शाम को वह घर लौट रहा था। तभी बर्रा छह के पास हाईवे की सर्विस रोड पर पीछे से आ रहे तेज रफ्तार कंटेनर ने बाइक में टक्कर मार दी, जिससे वह गिरकर घायल हो गया।

चालक भागने के चलते नीतेश को कुचलते हुए निकला। लोगों ने चालक को पकड़ा तो वह धक्का देकर हाईवे के अंडरपास से निकल गया। लोगों के मुताबिक, पुलिस और एंबुलेंस के लिए कंट्रोल रूम सूचना दी गई। पुलिस पहुंच गई, लेकिन अपनी गाड़ी या आटो-टेंपो से ले जाने की जगह एंबुलेंस के आने का इंतजार करती रही। आधे घंटे तक नीतेश हाईवे पर तड़पता रहा। बाद में उसकी सांसे थम गई। एंबुलेंस के पहुंचने पर पुलिस शव लेकर चली गई। बर्रा इंस्पेक्टर ने बताया कि तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

जिस कंटेनर से नीतेश की जान चली गई। उसका नौ जून 2021 से फिटनेस ही नहीं हुआ है। इंश्योरेंस और प्रदूषण भी दो साल से नहीं हुआ।कंटेनर के पांच में से दो चालान अभी भी पेंडिंग है।

चालक प्रतापगढ़ निवासी उदयभान हादसे के बाद भीड़ से बचने के लिए भाग गया था, लेकिन फिर कपड़े बदलकर बर्रा थाने पहुंच गया। लोगों के पूछने पर बताया कि अगर वहां रुकता तो लोग उसे भी मार डालते।उसने बताया कि वह पनकी स्थित फैक्ट्री से नमकीन लोड कराकर गोरखपुर जा रहा था।