अमृतसर के सीमांत गांव धनोए खुर्द से विलेज डिफेंस कमेटी ने डीजेआई ड्रोन पकड़कर 400 ग्राम हेरोइन बरामद की है। घरिंडा थाना क्षेत्र के गांव धनोए खुर्द के बाहर स्थित खेत में चलाए सर्च के दौरान उन्हें एक ड्रोन और एक बोतल मिली, जिसमें 400 ग्राम हेरोइन थी। 

सीमांत गांवों में गठित विलेज डिफेंस कमेटियों की नजर अब आसमान से होने वाली तस्करी पर है। उनके हौसले बुलंद हैं, लेकिन पुलिस का मजबूत साथ चाहते हैं। उनका कहना है कि नशे के सौदागर सभी सीमाएं पार कर चुके हैं। इन्हें रोकने के लिए अब आम लोगों का भी आगे आना जरूरी है।

पंजाब सरकार ने नशे पर लगाम कसने के लिए पाकिस्तान की सीमा से सटे गांवों में विलेज डिफेंस कमेटियों का गठन किया है। इन कमेटियों के सदस्य दिन में ही नहीं रात में भी पाकिस्तान से सटी सीमा पर आसमान की ओर नजरें गड़ाए रहते हैं। रात के अंधेरे में बीएसएफ और पंजाब पुलिस के साथ मिलकर गांवों में गश्त करते हैं, ताकि दुश्मन देश अपने नापाक इरादों में कामयाब न हो सके। कमेटी के सदस्य अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहते, क्योंकि नशे के सौदागर इतने ताकतवर हैं कि वे अपने रास्ते में आने वाली हर रुकावट को दूर करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं।

अटारी के सीमांत गांव धनोआ खुर्द में ड्रोन के साथ हेरोइन पकड़ने में पुलिस की मदद करने वाली विलेज डिफेंस कमेटी के एक सदस्य के साथ बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पंजाब में नशे का दरिया सिर से ऊपर जा चुका है। नशे के सौदागर तस्करी की हर रुकावट को दूर करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। कमेटी के सदस्य पहचान गुप्त रखते हुए पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। नशे के खिलाफ सरकार के प्रयासों को सफल बनाने के लिए आम लोगों को भी खुलकर सामने आना चाहिए।

घरिंडा थाने के प्रभारी व पीपीएस अधिकारी शीतल सिंह ने विलेज डिफेंस कमेटियों को मजबूत बताते हुए कहा कि इनके प्रयासों से ही सीमांत गांवों में नशे पर काबू पाया जा रहा है। गांव धनोए खुर्द में विलेज डिफेंस कमेटी की मदद से सर्च अभियान चलाकर डीजेआई ड्रोन और एक बोतल में 400 ग्राम हेरोइन का बरामद होना इसका सफल उदाहरण है।