झुमरीतिलैया। रेलवे लोगों के लिए लाइफ लाइन बन गई है। कई लोग रोजी रोजगार के लिए प्रतिदिन झारखंड बिहार और बंगाल आना जाना करते हैं। ऐसे में उन्हें घर का राशन प्रतिदिन मिल सके इसके लिए रेलवे ने एक स्कीम निकाला है।

धनबाद रेल मंडल के कोडरमा सहित विभिन्न स्टेशनों पर दैनिक रेल यात्रियों को शहर से घर लौटते समय और स्टेशनों के आसपास रहने वाले लोगों को आटा और चावल को लेकर चिंता नहीं करनी पड़ेगी। अब रेलवे स्टेशनों पर ही उचित मूल्य पर भारत आटा और भारत चावल मिल जाएगा।

यहां होगी आटा-चावल की बिक्री

आम उपभोक्ताओं और यात्रियों को सहूलियत देने के उद्देश्य से रेलवे बोर्ड ने उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के सहयोग से सबअर्बन (उपनगरीय क्षेत्र) और नॉन सबअर्बन ग्रुप वन (एनएसजी वन) को छोड़कर सभी स्टेशनों पर भारत आटा और भारत चावल की बिक्री करने का निर्णय लिया है।

नई व्यवस्था की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत तीन माह के लिए होगी। रेल मंत्रालय की योजना सफल रही तो आने वाले दिनों में इस व्यवस्था को नियमित कर दिया जाएगा।

आटा-चावल की बिक्री को लेकर दिशा-निर्देश जारी

भारतीय रेलवे के समस्त क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को लिखे पत्र के माध्यम से बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (पैसेंजर मार्केटिंग) नीरज शर्मा ने भारत आटा और भारत चावल की बिक्री सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर क्षेत्रीय रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों (पीसीसीएम) को इस व्यवस्था की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। बिक्री के लिए एजेंसी नामित की जाएगी। 3 माह के अंदर एजेंसी में बदलाव नहीं किया जा सकेगा।

इतनी देर स्टेशन पर मिलेगा आटा-चावल

एक स्टेशन पर भारत आटा और भारत चावल की बिक्री के लिए एक मोबाइल वैन को ही अनुमति प्रदान की जाएगी। स्टेशन परिसर में शाम को सिर्फ दो घंटे के लिए मोबाइल वैन के माध्यम से सिर्फ भारत आटा और भारत चावल की बिक्री होगी। इसके बाद मोबाइल वैन स्टेशन परिसर से बाहर हो जाएगी।

विक्रेता मोबाइल वैन पर सिर्फ बैनर लगा सकेंगे। कोई घोषणा (एनाउंसमेंट) नहीं कर सकते। उचित मूल्य पर मिलेगा आटा-चावल भारत आटा और भारत चावल की बिक्री सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर ही होगी।

आटा चावल की कीमत

भारत आटा की कीमत 27.50 रुपये प्रति किलो तथा भारत चावल की कीमत 29.00 रुपये प्रति किलो तय है। स्टेशनों और परिसर स्थलों का चयन संबंधित मंडल के डीआरएम (मंडल रेल प्रबंधक) की सहमति से ही होगा।

सनद हो कि सरकार बाजार में खाद्य सामग्री की कीमतें बढ़ने पर सरकार भारत ब्रांड के नाम से निर्धारित मूल्य पर लोगों को आटा, चावल और दाल उपलब्ध करा रही है। महंगाई बढ़ने पर मध्यम श्रेणी के लोगों को सरकार की इस व्यवस्था से राहत मिल रही है।