करनाल । सड़क सुरक्षा के प्रशासनिक दावों पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। बुधवार रात से वीरवार तक करनाल की सड़कें खून से लाल होती रहीं। 24 घंटे में करनाल में अलग-अलग हादसों में सात लोगों की मौत हो गई।हादसों की शुरूआत बुधवार देर रात मेरठ रोड से हुई, जहां टायर फटने से पिकअप सामने से आ रहे कैंटर से जा टकराया और पिकअप चालक व परिचालक की मौके पर मौत हो गई। इंद्री में दो व असंध,घरौंड़ा और मूनक में एक-एक हादसों में महिला समेत पांच लोगों की जान चली गई।घरौंडा में ठेकेदार ने पुलिया बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे को ऐसे ही छोड़ दिया,जिसमें बाइक समेत गिरने से एक राजमिस्त्री की मौत हो गई।

असंध के वार्ड-नौ निवासी राजविंद्र ने बताया कि कैथल के गांव आहू निवासी उनके जीजा विरेंद्र सिंह और बहन रुपिंद्र कौर शादी समारोह में शामिल होने के बाद उनके पास रुके थे। वह बुधवार शाम बाइक से अपने निवास वापस जा रहे थे। जब वे रुकसाना के पास पहुंचे तो कार चालक ने जीजा की बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर के बाद जीजा व बहन सड़क पर गिरकर बुरी तरह चोटिल हो गए। असंध अस्पताल ले जाते समय बहन ने दम तोड़ दिया। जीजा को चंडीगढ़ स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इंद्री थाना क्षेत्र के गांव भादसो निवासी बलिंद्र ने बताया कि पांच फरवरी को उसका भाई संदीप कुमार अपनी बाइक लेकर भादसो चौक पर कुछ सामान लेने आया था। वह सामान लेकर वापस जा रहा था तो एक कार चालक ने ओवरटेक करते समय बाइक में साइड मार दी। संदीप बाइक समेत सड़क पर घिसटता चला गया।