मुंबई । वोडाफोन आइडिया को शेयरधारकों से 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिली है। यह राशि इक्विटी (शेयर) और इक्विटी-लिंक्ड सिक्योरिटीज (जैसे कि वारंट और डिबेंचर) के कॉम्बिनेशन के द्वारा जुटाई जाएगी। यह जानकारी टेलीकॉम कंपनी द्वारा मार्केट फाइलिंग में दी गई है। 
वोडाफोन आइडिया ने 27 फरवरी को घोषणा की थी कि उसके बोर्ड ने 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी है। यह राशि जून 2024 तक इक्विटी (शेयर) के माध्यम से प्रमोटरों और अन्य निवेशकों से जुटाई जाएगी। इस धनराशि का उपयोग 5जी नेटवर्क लाने और 4जी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए होगा। वोडाफोन आइडिया, जो कि कर्ज में डूबी हुई है, 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह राशि इक्विटी (शेयर) और ऋण के मिश्रण के माध्यम से जुटाई जाएगी। कंपनी भारत सरकार की 33 प्रतिशत से अधिक इक्विटी हिस्सेदारी के साथ एक ज्वाइंट वेंचर है।
बात दें कि वोडाफोन आइडिया अपने प्रतिदंदी (जियो और भारती एयरटेल) के साथ प्रतियोगिता करने के लिए अपनी सेवाओं और बुनियादी ढांचे में सुधार करना चाहता है। वोडाफोन आइडिया को पूंजी निवेश से टेलिकॉम सेक्टर में प्रतियोगिता करने में मदद मिलेगी। यह कंपनी अभी जियो और भारती एयरटेल जैसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों से काफी पीछे है।
वोडाफोन आइडिया कई वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रहा है। कंपनी पर 2.1 ट्रिलियन रुपये का कर्ज, तिमाही घाटा और लगातार दूसरे नेटवर्क पर शिफ्ट हो रहे ग्राहक जैसा समस्याएं हैं। इन बाधाओं के बावजूद, कंपनी ने कुछ पॉजिटिव संकेत भी दिखाए हैं। 4जी ग्राहक बेस पिछले एक साल में 121.6 मिलियन से बढ़कर 125.6 मिलियन हो गया है। कंपनी ने लगातार दस तिमाहियों से अपने 4जी ग्राहक बेस और प्रति यूजर औसत राजस्व में वृद्धि बरकरार रखी है। ऑपरेशनल मेट्रिक्स में सुधार से प्रोत्साहित होकर, कंपनी ने धन जुटाने के लिए बाजार में प्रवेश करने का निर्णय लिया है।