एनएच 20 पथ इरबा में एक चलती स्कूल वैन में अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थी कि विंगर (जेएच01डब्ल्यू-5332) धू-धूकर जलने लगी। यह वैन पाम इंटरनेशनल स्कूल बरियातू की थी। जब आग लगी उस समय वैन में बच्चे बैठे थे।

वैन से बच्‍चों को चालक ने जैसे-तैसे उतारा

मंगलवार सुबह छह बजे हुई इस घटना के संबंध में बताया गया कि इरबा बस्ती से वैन में सवार होकर बच्चे स्कूल जा रहे थे। कुछ दूर बाद वैन से जलने की गंध आने लगी।

चालक जुबेर अंसारी ने वैन से उतर कर बोनट खोला तभी अचानक आग लग गई। उसने गेट खोल कर बच्चों को उतारा और जलती हुई वैन को किसी प्रकार बस्ती से बाहर निकला। जैसे ही वैन एनएच-20 राॅयल मोटर के पास पहुंची, धू-धूकर जलने लगी।

शुरू में बाल्टी से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया गया। लपटें बढ़ने पर लोग पीछे हट गए और वैन पूरी तरह जलकर खाक हो गई। जलती वैन से उठती आग की लपटें व धुएं की गुबार देख सड़क से गुजरने वाले ठहर गए। वाहनों की लंबी कतार लग गई।

वहीं स्कूल वैन में आग लगने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। सभी बच्चों की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित थे।

घटना को लेकर बच्चे व स्वजन काफी घबरा गए थे। बाद में बच्चों को स्कूल भी नहीं भेजा गया। जिस गाड़ी में आग लगी उसका इंश्योरेंस पेपर भी ऑनलाइन फेल बता रहा है।

इरबा, हुटुप, विकास व बूटी से वैन पर सवार होकर प्रतिदिन 20-21 बच्चे पाम इंटरनेशनल स्कूल जाते हैं। वैन पर 10वीं कक्षा के उमर फारूक व उसकी बहन सोयबा यासमीन, एक और छात्रा आमना खातून इरबा में सवार हुई थी। छात्रों ने बताया जिस वैन से स्कूल जाते थे उसका ब्रेकडाउन था इसलिए दूसरी वैन पहुंची थी।

लोगों ने बताया कि वैन काफी खटारा थी। बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे खटारा वाहनों पर प्रतिबंध व संचालन करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

वहीं स्कूल के प्राचार्य लुबना फातिमा से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो सका। उल्लेखनीय है कि इस तरह की कई घटना घट चुकी है।