लखनऊ । हेल्थ सेक्टर में नए कीर्तिमान बना रहे उत्तर प्रदेश ने अब एक और उपलब्धि हासिल की है। प्रदेश ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) आधारित ओपीडी रजिस्ट्रेशन में 80 लाख के आंकड़े को पार कर लिया है। इस संख्या तक पहुंचने वाला उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य है। यह सीएम योगी द्वारा प्रदेश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के प्रति लोगों में जागरूकता और सक्रिय भागीदारी के लिए कीए गए प्रभावी प्रयासों का प्रतिफल है। 
शनिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत एबीएचए आधारित रजिस्ट्रेशन की संख्या 80,60,089 पहुंच गई है। यह देश में सर्वाधिक है। दूसरे स्थान पर मौजूद आंध्र प्रदेश (44,98,060) की तुलना में यूपी ने 35 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन करने में सफलता प्राप्त की है। यूपी और आंध्र प्रदेश के अलावा टॉप 5 सूची में कर्नाटक (35,78,779), जम्मू एंड कश्मीर (33,75,658) और दिल्ली (18,16,328) शामिल हैं। आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) की पहल है। यह आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत शुरू किया गया एक स्वास्थ्य बचत खाता है। इसे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को उनकी स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एबीएचए के साथ, नागरिक अपने चिकित्सा और स्वास्थ्य रिकॉर्ड को एक केंद्रीकृत खाते में संग्रहीत कर सकते हैं और इसे अपनी विशिष्ट एबीएचए आईडी के माध्यम से एक्सेस कर सकते हैं। एबीएचए आईडी नागरिक के आधार या मोबाइल नंबर से जुड़ी एक अद्वितीय 14 अंकों की पहचान संख्या है। यह उन्हें सभी सूचनाओं को डिजिटल रूप से संग्रहीत करने और उन तक पहुंचने में मदद करता है। इसमें उनका स्वास्थ्य इतिहास, परामर्श विवरण, मेडिकल रिकॉर्ड और नुस्खे शामिल हैं।