नई दिल्ली। जीरो एमीशन और ग्रीनर मोबिलिटी को बढ़ावा देते हुए मौजूदा समय में Electric Cars को भारी संख्या में खरीदा जा रहा है। Tata Motors देश की सबसे ज्या EV बेचनी वाली कार बनी हुई है। इसके साथ MG और Volvo जैसी कारमेकर ने भी कई Electric Product पेश किए हैं।

बाजार में ईवी की संख्या बढ़ने के साथ इन वाहनों के प्रति कस्टमर्स की धारणा सकारात्मक रूप से बदल रही है। हालांकि, इलेक्ट्रिक वाहन को कैसे चार्ज किया जाए और बैटरी से सर्वोत्तम रेंज कैसे प्राप्त की जाए, इसके बारे में कई युक्तियां उपलब्ध हैं। ईवी बैटरी को चार्ज करते समय किन कामों को नहीं करना चाहिए, उसके बारे में जान लेते हैं।

ओवरचार्जिंग से बचें

ओवरचार्जिंग से ईवी बैटरी की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ईवी बैटरी चार्ज करते समय, इसे 100 प्रतिशत तक चार्ज करने से बचें। अधिकांश ईवी में पाई जाने वाली लिथियम-आयन बैटरियां 30-80 प्रतिशत चार्ज रेंज में सबसे अच्छा काम करती हैं। बैटरी को लगातार उसकी पूरी क्षमता तक चार्ज करने से बैटरी पर दबाव पड़ता है, इसलिए बैटरी को हमेशा 80 प्रतिशत तक चार्ज करने का प्रयास करें।

बैटरी को ड्रेनआउट न करें

कभी भी बैटरी को पूरी तरह खत्म न करें, क्योंकि इससे उसके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। जब चार्ज लगभग 20 फीसदी हो जाए, तो इसे रिचार्ज करने का प्रयास करें। लिथियम-आयन बैटरियां गहरे डिस्चार्ज या ड्रेन आउट की वजह से जल्दी खराब हो सकती हैं।

ट्रिप के तुरंत बाद चार्ज पर न लगाएं

मोटर को बिजली की आपूर्ति करते समय लिथियम-आयन बैटरियां अत्यधिक गर्मी पैदा करती हैं। कम से कम 30 मिनट ठंडा होने के बाद बैटरी को चार्ज करना हमेशा सुरक्षित होता है। ईवी चलाने के तुरंत बाद बैटरी को चार्ज में न लगाएं, क्योंकि इससे वाहन की थर्मल समस्या बढ़ जाती है।

बार-बार चार्ज न करें

यह एक गलती है, जो कई ईवी मालिक करते हैं। बैटरी को बार-बार चार्ज करने से बैटरी का जीवनकाल कम हो जाता है। जबकि ईवी बैटरी स्वाभाविक रूप से खराब होने के लिए बाध्य है, इसे बार-बार चार्ज करने से खराबी जल्दी हो जाएगी।