राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में गुरुवार को झमाझम वर्षा ने राजधानी के तापमान को गिरा दिया है, वहीं दूसरी ओर कई क्षेत्रों में जलजमाव ने आमजनों की परेशानी बढ़ा दी। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के पूर्वानुमान के अनुसार पूरे राज्य में अगले दो दिनों तक रांची समेत कई अन्य जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। इसे लेकर विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है।

रांची में दो से अधिक बार बारिश का अनुमान

इसके अलावा, जगहों पर वज्रपात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वानुमान में बताया गया कि राज्य के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से यानी पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला खरसावां के साथ साथ देवघर, दुमका, गोड्डा, चतरा, लातेहार में भारी वर्षा होने की संभावना है। राजधानी में भी 21 अगस्त तक आसमान में बादल छाए रहने और दो या अधिक बार हल्की व मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

सभी हिस्सों में बारिश के आसार

रिपोर्ट के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पूर्व-उत्तर दिशा से लेकर मध्य-पूर्व खाड़ी तक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके प्रभाव से खाड़ी के उत्तरी हिस्से में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके प्रभाव से राज्य के सभी हिस्सों में वर्षा होगी।

पिछले 24 घंटों का हाल

सामान्य बनी रही मानसून की गतिविधि पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में कई स्थानों पर हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा रिकॉर्ड की गई। कहीं कहीं तो भारी वर्षा हुई। पूरे राज्य में मॉनसून की गतिविधि सामान्य बनी रही। सबसे अधिक वर्षा 142 मिमी सिमडेगा के बांसजोर में रिकॉर्ड की गई। वहीं, सबसे अधिक अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री गोड्डा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री रांची का रिकॉर्ड किया गया।

किसानों को लाभ

कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि इस वर्षा का लाभ किसनों को होगा। जिन क्षेत्रों में कम वर्षा हुई वहां कुछ राहत जरूर मिली है। बता दें कि अब तक पूरे राज्य में 424.2 मिमी वर्षा हुई है जबकि 1 जून से अब तक राज्य में 678.3 मिमी वर्षा होने का पूर्वानुमान था। वहीं राजधानी में 420.6 मिमी वर्षा हुई है जबकि सामान्य वर्षा 696.3 मिमी वर्षा का अनुमान था।