गंगा में उफान आने के बाद वाराणसी में जल पुलिस ने गंगा में नौका संचालन अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया है। बावजूद इसके नाविक पर्यटकों को गंगा की सैर करा रहे हैं। शनिवार दोपहर बाद राजघाट से दशाश्वमेध घाट के बीच नौकायन होता दिखा। इतना ही नहीं छोटी नावों पर बिना लाइफ जैकेट और क्षमता से अधिक सवारियों को बैठा कर नावें चलाई जा रही थीं। वहीं दूसरी और गंगा के वेग में इजाफा होने और नौका संचालन से रोक के बाद तट पर नौकाओं ने लंगर डाल दिए। नाविकों ने भी सुरक्षा के लिहाज से कुछ दिनों तक नौका का संचालन बंद करने का फैसला लिया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए शनिवार दोपहर दो बजे से जिला प्रशासन की ओर से गंगा नदी में मोटर बोट और नाव संचालन पर रोक लगा दिया गया। इस बाबत दशाश्वमेध घाट स्थित जल पुलिस परिसर में एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पाण्डेय ने नाविकों के साथ बैठक कर सर्वसम्मति से नौका संचालन पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगाने की बात कही और नाविकों को नियम का पालन करने की बात कही। हालांकि शनिवार को कई नाविक आदेश का उल्लंघन करते नजर आए। 

नमो घाट पर गंगा का जलस्तर 

गंगा के जलस्तर में तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 60 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गंगा के जलस्तर बढ़ने के कारण अस्सी से राजघाट के बीच कई घाटों पर दुश्वारियां बढ़ गई हैं। सीढ़ियों पर भी पानी चढ़ने के कारण हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाट पर शवदाह में परेशानी होने लगी है। नमो घाट का रैंप पूरी तरह से डूब चुका है। दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती पहले से ही छत पर हो रही है।