बिहार की राजधानी पटना समेत प्रदेश में मानसून का प्रभाव कमजोर होने के कारण कहीं पर हल्की तो कहीं भारी वर्षा का सिलसिला जारी है। अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित अन्य जिलों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश की संभावना है। 

बिहार के 5 जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी

जबकि, पांच जिलों के बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद व गया जिले के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान तेज आंधी भी चल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार मानसून ट्रफ रेखा श्री गंगा नगर, ग्वालियर, सतना, रांची होते हुए बांग्लादेश पर अवस्थित निम्न दबाव के क्षेत्र से होकर गुजर रही है। एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र झारखंड व आसपास बना हुआ है।

इनके संयुक्त प्रभाव से प्रदेश के अलग-अलग भागों में वर्षा की स्थिति अलग रहेगी। प्रदेश में वर्षा की स्थिति अपने सामान्य से 24 फीसद कम है। बीते 24 घंटों के दौरान अलग-अलग जगहों पर वर्षा दर्ज की गई। पश्चिम चंपारण के लौरिया में सर्वाधिक वर्षा 74.2 मिमी दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस व 36.1 डिग्री सेल्सियस के साथ मधुबनी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

प्रमुख जगहों पर दर्ज हुई बारिश

भभुआ के अधवारा में 71.2 मिमी, सीतामढ़ी के ढेंगराब्रिज में 55.6 मिमी, मधुबनी में 32.2 मिमी, रोहतास के चेनारी में 32.0 मिमी, पश्चिम चंपारण के गौनाहा में 25.6 मिमी, भभुआ के कुदरा में 17.4 मिमी, गया के डुमरिया में 8.4 मिमी, बेतिया में 8.4 मिमी, भभुआ के चांद में 7.8 मिमी, सुपौल के भीमनगर में 6.4 मिमी, सीतामढ़ी के सुरसंड में 4.8 मिमी व मोहनिया में 4.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

जल्द दूर होगी परेशानी

गया हवाई अड्डे पर एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल भवन) निर्माण को लेकर इसे हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके कारण बीते कुछ दिनों से तापमान संबंधी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड नहीं हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक सुनील नारायण थुल ने बताया कि एरोनाटिकल मेटेरोलाजिकल स्टेशन गया कार्यालय को नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर में स्थानांतरित करने के बाद इसका संचालन जल्द आरंभ होगा।

संचालन मौसम विभाग द्वारा दिशा निर्देश के अनुसार होंगे। वेधशाला पहले की तरह ही निर्बाध रूप से कार्य करता रहेगा। आ रही परेशानी को जल्द दूर किया जाएगा।