भारतीय संस्कृति में कहा गया है- यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता। एक तरफ पूरा देश जहां नवरात्र में आदिशक्ति की उपासना-आराधना में जुटा है। महिलाओं को समर्पित नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद में पास होकर कानून बन गया है। वहीं दूसरी तरफ दुमका में एक कपूत ने डायन के शक में अपनी मां को मार डाला।

मेरे बच्‍चों की मौत की जिम्‍मेवार मेरी मां- आरोपित बेटा

रानीश्वर थाना क्षेत्र के बड़ाबथान गांव के स्कूल टोला में बुधवार की रात कांतो हेम्ब्रम ने क्रूरता की हदें पार करते हुए अपनी 55 साल की मां सबि हांसदा की गला दबाकर हत्या कर दी।

आरोपित बेटे ने मां के डायन होने के शक में यह कुकृत्य किया है। उसे शक था कि बीते तीन साल में उसके दो बच्चों की मौत के लिए उसकी मां ही जिम्मेवार है।

पुलिस ने महिला के पति भैरव हेम्ब्रम के बयान पर हत्या का मामला दर्ज करते हुए बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद वृद्धा के शव को स्वजन को सुपुर्द कर दिया गया।

भैरव ने बताया कि बेटा कांतो शराब के नशे का आदि है। वह गुजरात में काम करता है। अपने दो बेटों की मौत के लिए मां सबि को दोषी मानते हुए बराबर उसे डायन का ताना देता था।

सो रही मां की गला दबाकर हत्‍या

बीती रात शराब पीने के बाद बच्चों की मौत का प्रसंग उठाते हुए कहा कि वह डायन है और अपने दोनों पोतों को मार दिया है।

आपस में काफी देर तक कहासुनी हुई। इसके बाद रात को सोते समय वह अपनी मां के कमरे में गया और खाट पर सो रही मां की गला दबाकर हत्या कर दी।