ट्रेनों में इन दिनों छिनतई गिरोह के अपराधी सक्रिय हैं। अपराधी इतने शातिर हैं कि पलभर में यात्री का सामान छिनकर चलती ट्रेन से कूदकर भाग जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला चक्रधरपुर स्टेशन के आउटर में राजेंद्रनगर से दुर्ग की ओर जाने वाली साऊथ बिहार एक्सप्रेस में देखने को मिला है।

इस ट्रेन के जनरल बोगी में सफर कर रही महिला का एक अपराधी ने ट्रेन में मोबाइल छीन लिया और चक्रधरपुर स्टेशन के आउटर में ही चलती रेलगाड़ी से कूदकर भाग खड़ा हुआ। घटना गुरुवार सुबह 9:30 बजे की बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, जमशेदपुर निवासी सुष्मिता पाण्डेय टाटानगर से साऊथ बिहार एक्सप्रेस के जनरल बोगी में सवार होकर चक्रधरपुर आ रही थी।

जब ट्रेन चक्रधरपुर के आउटर तक पहुंची इसी दौरान फ़ोन में बात कर रही सुष्मिता पाण्डेय का फ़ोन एक अपराधी ने झपट्टा मारकर छीन लिया। अचानक हुई इस घटना से महिला चौंक गई, उसे कुछ समझ नहीं आया की उसके साथ क्या हुआ।

जब तक महिला कुछ समझ पाती तब तक मोबाइल छीनने के बाद अपराधी एक बोगी से दूसरे बोगी होते हुए चलती ट्रेन से कूदकर भाग गया। महिला ने जब चक्रधरपुर स्टेशन के सीसीटीवी कंट्रोल रूम में फुटेज देखने की कोशिश की, तो उसे बताया गया की सीसीटीवी कैमरा खराब है।

वहीं जीआरपी में मामला दर्ज करने के लिए उससे कागजात की मांग की गई, जो कि उसके जमशेदपुर के घर में है। चक्रधरपुर पहुंची महिला छिनतई की घटना से डरी और सहमी और लचर बेबस नजर आ रही है। मेरी सहेली के नाम से स्टेशन में महिला का सहयोग करने वाली आरपीएफ भी नजर नहीं आई।

बेखौफ अपराधी वारदातों को दे रहे अंजाम

उसने बताया की वह मेहनत मजदूरी कर घर चला रही है और बेटे को पढ़ा रही है। एक फोन का इस तरह छिनतई हो जाना उसके लिए बहुत बड़ा नुकसान है। किसी तरह पैसे जोड़कर उसने मोबाइल ख़रीदा था।

ट्रेन में हुई इस घटना से महिला काफी मायूस हो गई। बहरहाल ट्रेन और स्टेशन में सक्रिय हो अपराधियों पर विशेष निगरानी की जरूरत है।

अक्सर देखा जाता है कि ऐसे मामलों में आरपीएफ और जीआरपी लीपापोती कर देते हैं और मामला दफ्न हो जाता है। जबकि ऐसे मामलों से सबक लेते हुए स्टेशन और ट्रेनों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की जरूरत है।

अपराधी अगर एक अपराधिक घटना को करने में कामयाब होता है, तो उसका मनोबल और बढ़ता है। आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं में वृद्धि होने से इंकार नहीं किया जा सकता है इसलिए समय रहते ऐसे अपराधियों पर नकेल कसने की जरुरत है ताकि रेल यात्री ट्रेन और स्टेशन में खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।